Best Naye Sal Par Kavita in Hindi 2023
नये साल पर कविता – नया साल आ गया 2023
नया साल आ गया, नयी बहारे छाएगी
पुराने यादो की गलियाँ, धुंधली सी हो जाएगी
आसमान सतरंगी होगी, रंग-बिरंगी पतंगे उड़ेंगी
गुड़ तिल से शुरुवात होगी, सबके मुँह में मिठास होगी
पोंगल में खीर बनाएंगे, रंगोली खूब सजायेंगे
लोहरी, पोंगल, उत्तरायण के संग मकरसंक्रांति मनाएंगे
सरस्वती पूजा आ गयी, बसंत पंचमी छा गयी
२६ जनवरी के साथ इस साल सरस्वती पूजा भी आ गयी
देखो शिव की रैली आयी, माँ गौरा की डोली आयी
शिव धुनि में झूम के हम मस्तो की टोली आयी
होली में रंग उड़ाएंगे, मालपूवे खाएंगे
रामनवमी नवरात्र में माँ के दरबार हम जायेंगे
लहर उठेगी गर्मी की बारिश में धूल जाएगी
सावन में गीत सुनाएगी, कोयलिया गीत जब गायेगी
ईद, बक़रईद, मुहर्रम, सब फिर एक बार दोहराएंगे
मिलकर फिर सब एक बार स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे
ओणम, राखी, रक्षाबंधन भाई बहन मनाएंगे
५ सितम्बर पर फिर गुरुओ का आशीष पाएंगे
जन्मास्टमी पर कान्हा के संग, फिर हिंदी दिवस मनाएंगे
प्रथम पूजनीय गणपति को १९ सितम्बर को घर में बुलाएँगे
दुर्गास्तमी, महानवमी, दशहरे में रावण का पुतला जलाएंगे
लक्ष्मी पूजा, दीपावली पर दीप द्वार पर सजायेंगे
दीपो से चमक उठेगी दीवारे हर घर की
रंगोली के रंगो से चमकेगी आँगन हर गली
छठपूजा होगी , एकादशी पर तुलसी विवाह फिर से होगा
कार्तिक पूर्णिमा पर फिर से त्योहारों का समापन होगा
छुट्टिया यंहा ख़त्म होंगी, फिर से सैंटा अंकल आ जायेंगे
आपने झोले में भरकर, फिर ढेरो खिलौने लाएंगे
नया साल आ गया नयी बहारे छाएगी
पुराने यादो की गलियां, धुंधली सी हो जाएँगी|
कवियत्री द्वारा इस कविता को पूर्ण रूप से स्वयं का बताया गया है। ओर हमारे पास इसके पुक्ते रिकॉर्ड्स है। कवियत्री ने स्वयं माना है यह कविता उन्होंने किसी ओर वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करवाई है।
कवियत्री: Saroj Bala Singh
इस नये साल पर कविताके बारे में अपने विचार comment करके हमें ज़रूर बताएं और अपने साथियों तक इसे अवश्य पहुंचाए ।
और हिंदी अंश को विजिट करते रहें।
_________________
अपनी कविता प्रकाशित करवाएं
Mail us on – Hindiansh@gmail.com
Good
बहुत खूब
Very nice
thanks
bahot khub